Motivational Stories In Hindi
लोगो से भरी हुई बस थी | और वहा पर कंडेक्टर ने बटवे को चैक किया तो उसमे 500 रूपये थे और एक कृष्णा की फोटो थी | उन्होंने बस में चीखते हुवे पुछा की किसी का बटवा घुमा हुवा हे क्या ? इतने में एक बड़े चाचा चिल्लाये की मेरा बटवा घुमा हुआ हे | कंडेक्टर ने पूछा आपका बटवा हे यह में कैसे मान लू ? इसमें क्या क्या हे
चाचा ने कहा – देखो बेटा पैसे कितने ये तो मुझे याद नहीं लेकिन इसमें मेरे कृष्णा की फोटो जरूर हे
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कंडेक्टर ने कहा – की ये फोटो तो किसी के भी बटवे में हो सकती हे आपका हे ये में कैसे मान लू ?
चाचा ने हस्ते हुवे कहा – देखो बेटा जब मुझे समझ आया था saving क्या होती हे पैसे क्या होते हे तब मेरे पिताजी ने मुझे बटवा गिफ्ट किया था | इस कृष्णा की फोटो के साथ
मुझे उस समय पर मेरे माता पिता ही मेरे लिए सब कुछ लगते थे | मेरा पूरा जीवन उनके इर्द गिरद घूमता था और इसलिए मेने उनकी फोटो कृष्णा की फोटो के ऊपर रख दी थी मेने धीरे धीरे बड़ा हुआ बहुत कुछ हासिल करने लगा तो मुझे लग गया की में सबसे importent इंसान हु और दिखने में भी ऐसा लगने लगा हु की में बहुत सुन्दर हु इस सब के चलते मैंने अपना कॉलेज कंप्लीट किया
उसके बाद मैंने मेरी पसंद की एक लड़की से उससे शादी कर ली फिर मां-बाप की फोटो के ऊपर मैंने उस लड़की की फोटो रख दी | जब मेरा बेटा इस दुनिया में आया तो मेरी दुनिया बदल चुकी थी वह मेरे पल पल का साथी बन गया था मैंने बटवे में अपने लड़के की फोटो लगा ली अब बटवे में फोटो की जगह कम थी तो मां-बाप की फोटो निकाल दी और विधि का विधान देखो उसी के साथ माता-पिता भी दुनिया से चले गये समय ने अपना कर्तव्य दिखाया और पत्नी भी चल बसी अब में ओर मेरा बेटा अकेले रहने लगे लेकिन बाद में बेटा का भी घर परिवार हो गया
उसे यहां घर छोटा पड़ रहा था तो वह भी अपने परिवार के साथ और कहीं रहने चला गया मुझे याद है मुझे चोट लगी थी मैं सीढ़ियों से गिर पड़ा था
बहुत दर्द में था मैंने अपने बेटे से कहा बेटा मेरे साथ रहने आओगे कुछ दिन में बहुत दर्द हो उसने पापा को कहां Be Strong मेरा भी घर परिवार है काम है मुझे भी यह सब चीजें देखनी पड़ेगी जैसे ही बेटे ने फोन रखा चाचा का दिल टूट चुका था | उन्होंने कहा कि मैंने अपने बटुवे में से अपने बेटे की तस्वीर निकाली और कृष्ण की तस्वीर के पीछे कर दी |और कहा इस दुनिया में जितने भी सग्गे संबंधित थे किसी ना किसी मतलब के थे |
जो आये और चले गए पर एक ही संबंध था जो मेरा कृष्णा से जो अटूट रहा कभी ना टूटा आज आपके बटवे में क्या है वह आपकी प्राथमिकता को दर्शाता है हम जिंदगी में किसी ना किसी को हासिल करने की दौड़ में लगे हैं | आज बैठकर अपने बटुए को जरूर साफ करें |
आज की सच्चाई
रोने से किसी को पाया नहीं जा सकता
खोने से किसी को भुलाया नहीं जा सकता
वक्त हर किसी को मिलता है
जिंदगी बदलने के लिए लेकिन
जिंदगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए