सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा
मैं देश नहीं झुकने दूंगा
मेरी धरती मुझसे पूछ रही कब मेरा कर्ज चुकाओगे
मेरा अंबर पूछ रहा कब अपना फर्ज निभा ओगे
मेरा वचन है भारत मां को तेरा शीश नहीं झुकने दूंगा
मैं इसका हनुमान हूँ
ये देश मेरा राम है
छाती चीर के देश लो
अंदर बैठा हिंदुस्तान है
ना जियों धर्म के नाम पर
ना मरो धर्म के नाम पर
इंसानियत ही हैं धर्म वतन का
बस जियों वतन के नाम पर
खूबसूरती ऐसी हैं मेरे वतन की
शान हैं दिल में तिरंगे की
जिन्दगी से इतना प्यार न रह गया
भारत माँ का दुलार ही जीवन बन गया
माँ तूझे सलाम
तू मस्तक पर विराजे
यही हैं मेरी शान
तिरंगा मिले कफन में मुझे
यही उपहार होगा तेरा
हर जीवन तेरे आँचल में खिले
यही अरमान होगा मेरा
“ आओ तिरंगा लहराये, आओ तिरंगा फहराये,
अपना गणतन्त्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, ख़ुशी मनाये।
आप सभी को गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाए ! “
“ ये आन तिरंगा है, ये शान तिरंगा है,
अरमान तिरंगा है, अभिमान तिरंगा है,
मेरी जान तिंरगा है….. “
“ ये बात हवाओ को बताये रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना “